फरवरी मार्च 2016

अंजोर
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फरवरी मार्च 2016
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राजीवलोचन मंदिर ले कुलेश्वर महादेव तक बनही लक्ष्मण झुला

अवइया बछर ले राजिम कुंभ म जुरही कल्प

अंजोर.रायपुर। हरेक बछर भरइया राजिम के कुंभ म अवइया बछर ले कल्प शब्द जोरे जाही, ये बात के घोसना शंकराचार्य स्वामी के केहे अनुसार छत्तीसगढ़ के धर्मस्व मंत्री डहर ले करे गे हावय। देश अउ दुनिया म छत्तीसगढ़ ल साहित्यिक, सांस्कृतिक अउ धार्मिक चिन्हारी मिले हावय। ये देश के पहिली कुंभ मेला आय जोन हरेक साल होथे। धर्मस्व मंत्री कोति ले यहू बात के घोसना करे गे हावय के अवइया साल तक राजीव लोचन मंदिर ले लेके कुलेश्वर महादेव के मंदिर अउ लोमष ऋषि आश्रम तक लक्ष्मण झूला बनाय जाही। हरेक साल मेला के सेती नदिया के स्वारूप खराब होवत जावथे। मेला के अव्यवस्था ले लोगन ल बाद म गजब परेशानी होथे। मंत्री जी किहिन के ओमन ल येकर बात के जानकारी हावय अउ ओकरो उपाय करे जाही अवइया बजट म येकरे खातिर 20 करोड़ रुपिया रखे जाही। 
ये मउका म ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर, पर्यटन अउ संस्कृति मंत्री दयालदास बघेल, महिला अउ बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, राजिम विधायक संतोष उपाध्याय, संसदीय सचिव गोवर्धन मांझी, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष अशोक बजाज, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. श्वेता शर्मा, पूर्व विधायक अमितेष शुक्ल, राजिम नगर पंचायत अध्यक्ष पवन सोनकर, नवापारा पालिकाध्यक्ष विजय गोयल, डॉ. रामकुमार साहू सहित अऊ आन जनप्रतिनिधि मन जुरियाए रिहिन हाबे।
हरेक साल करोड़ों रूपिया पानी म बोहाथे- हरेक साल भरइया ये कुंभ के दूसरा पक्ष ल देखे जाय तव ये पूर-पूरा सरकारी कुंभ आय। सरकार ह साधु-संत, नाचा-गम्मत, संत-समागम खातिर खजाना खोल के लुटाथे। नदी के भीतर म पीडब्लूडी ह हरेक साल लगभग 10 किलोमीटर मुरूम के सड़क बनाथे। मेला के अगाहू तीन जिला के अफसर मन सरकारी दौरा करथे। येकर अलावा संस्कृति विभाग भारी भरकम कलाकार मनला बलाथे, धर्मस्व विभाग ह साधु संत खातिर सरी जोखा मढ़ाथे। नदिया म मेला घुमइया मन बर स्थानीय प्रशासन बिजली, पानी के बेवस्था करथे। ये सबो खरचा ह हरेक साल होथे। अब तक के खरचा के आकलन करे जाय के सरकार ह कतका रूपिया मेला के नाम बोहाय हावय तव शायद हम सालाना कुंभ के कीमत ल जान पाबो।  

1 ले 13 अप्रेल तक शाला प्रवेशोत्सव

अंजोर.रायपुर। राज्य सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग डहर ले बछर 2016-17 खातिर वार्षिक शैक्षिक कैलेण्डर अउ अध्यापन समय-सारिणी घोषित कर दे गे हावय। जेकर मुताबिक ये बछर एक अपै्रल ले 13 अपै्रल तक शाला प्रवेश उत्सव मनाय जाही। येकर अलावा लइका मनला अप्रेल महीना म एक दू अध्याय पढ़ाये जाही अउ 24 ले 30 अपै्रल के बीच ओमन ला प्रोजेक्ट कार्य दे जाही। स्कूल म गरमी के छुट्टी एक मई ले 15 जून 2016 तक घोषित करे गे हावय। स्कूल खुले के बाद लइका मनला मिले प्राजेक्ट कार्य के मुल्यांकन 16 जून ले 24 जून तक करे जाही।
हाई स्कूल अउ हायर सेकेण्डरी स्कूल म विज्ञान सेमीनार, विज्ञान प्रदर्शनी के आयोजन जुलाई महीना के अंतिम सप्ताह म, विद्यालयीन स्तर म सितम्बर के दूसरा सप्ताह म राज्य स्तर म आयोजित होही। जुलाई ले अगस्त के बीच जिला, राज्य अउ राष्ट्रीय स्तर म इंस्पायर अवार्ड के अन्तर्गत प्रदर्शनी के आयोजन होही। अगस्त महीना म तिमाही परीक्षा होही अउ छैमाही परीक्षा नवम्बर के सुरू म आयोजित करे जाही। पालक  शिक्षक बइठका नवम्बर म होही। येकर अलावा तृतीय फॉरमेटिव आंकलन दिसम्बर के दूसर या तीसर सप्ताह के ले जाही। 31 जनवरी तक पाठ्यक्रम पूरा कराय जाही अउ पुनरावृत्ति एक से 15 फरवरी तक पूरा कराके वर्षिक परीक्षा आयोजित करना हावय अउ 31 मार्च तक परिणाम तको घोसित कर दे जाही।

पांच राज्य अउ दू केंद्र शासित प्रदेश के होही भागीदारीपश्चिम क्षेत्रीय कृषि मेला अउ कृषक सम्मान समारोह

अंजोर.रायपुर। राजधानी रायपुर म होवइया तीन दिनी कृषि मेला अउ कृषक सम्मान समारोह अब 15 ले 17 मार्च तक आयोजित होही। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय म होवइया मेला म छत्तीसगढ़ के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान अउ गोवा के संगे-संग दू केन्द्र शासित प्रदेश दमन, दीव अउ दादरा, नगर हवेली के प्रगतिशील किसान, कृषि वैज्ञानिक अउ खेती-किसानी ले जुरे संस्था के प्रतिनिधि मन शामिल होही। मेला म आन-आन राज ले आए किसान मन अपन-अपन अनुभव ल बांटही। किसान अउ कृषि वैज्ञानिक मनके संगोष्ठी अउ परिचर्चा होही। सहभागी प्रदेश मनके खेती की पद्धति अउ फसल के प्रदर्शनी तको लगाये जाही। 
जानकारी के मुताबिक समारोह के आखरी दिन प्रदेश के प्रगतिशील किसान मनके सम्मान करे जाही। येकर अलावा मेला म जैविक खेती, सब्जि अउ फूल के उन्नत तकनीक, उद्यानिकी अउ संरक्षित खेती, फल अउ मसाला फसल के उन्नत प्रौद्योगिकी, कृषि आधारित व्यवसाय जइसे मशरूम, लाख उत्पादन, मधुमक्खी पालन, पशु पालन (डेयरी, कुक्कुट, बकरी अउ मछली पालन), कृषि उत्पाद अउ लघु वनोपज के प्रसंस्करण, कृषि यंत्रीकरण, सहकारी अउ सामुदायिक खेती के विषय म घलोक जानकारी दे जाही। मेला म अवइया किसान मनला इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान प्रक्षेत्र के भ्रमण कराय जाही। 
विश्वविद्यालय डहर ले धान, दलहनी, तिलहनी, औषधीय, सुगंधित पौधा अउ उद्यानिकी फसल के उन्नत उत्पादन तकनीक प्रौद्योगिकी के प्रदर्शनी होही संगे-संग विश्वविद्यालय कोति ले विकसित बीज, पौधा, जैव उर्वरक, फार्म उपकरण अउ उन्नत कृषि यंत्र के प्रदर्शनी तको लगाये जाही। 

महिला समूह चलाही 'गढ़कलेवाÓ

अंजोर.रायपुर। संस्कृति विभाग डहर ले महंत घासीदास संग्रहालय म गढ़कलेवा के संचालन के जिम्मेदारी अवइया हफ्ता ले स्थानीय महिला स्व-सहायता समूह ल सऊपे जाही। जानबा होवय के उहां छत्तीसगढ़ के पारंपरिक मिठई ठेठरी-खुरमी, चीला, फरा, अइरसा उक बनाके परोसे जाथे। खान-पान के संगे-संग उहां के जम्मो जिनिस ल पारंपरिक लोक कला ले सजाए गे हावय। पाछु दिन राज के मुखिया ह ओकर उद्घाटन करिस। संस्कृति विभाग के गढ़कलेवा ल महिला स्व-सहायता समूह ह चलाही जेन म अब पारंपरिक व्यंजन के संगे-संग छत्तीसगढ़ी अचार, बरी अउ पापड़ तको बेचे जाही। 

किराए के भवन म चलत बोर्ड, निगम, आयोग अउ मंडल कार्यालय जाही नया रायपुर

अंजोर.रायपुर। सामान्य प्रशासन विभाग डहर ले जारी आदेश के मुताबिक रायपुर शहर म किराए के भवन म चलत राज्य शासन के आने-आने विभाग जइसे बोर्ड, निगम, आयोग अउ मंडल कार्यालय मनला तीन महीना के भीतर नया रायपुर म स्थानांतरित करे बर केहे हावय। ये संबंध म सामान्य प्रशासन विभाग ह सबो अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव अउ विशेष सचिव ल परिपत्र जारी कर दे हावय। परिपत्र म केहे गे हावय के नया रायपुर के सेक्टर 27 अउ सेक्टर 29 म लगभग एक लाख वर्गफुट व्यावसायिक परिसर उपलब्ध हावय। राज्य शासन के मंत्रालय अउ बहुत अकन विभागाध्यक्ष कार्यालय नया रायपुर चलत हावय। अइसन म आन कार्यालय मनला तको प्रशासनिक सुविधा ल धियान म राखत नया रायपुर म स्थानांतरित करे जाय।

शौचालय नइ बनाये म बर्खास्त होही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अउ सहायिका

अंजोर.दुर्ग। स्वच्छ भारत मिशन योजनांतर्गत जिला म कार्यरत सबो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका अउ मितानिन मनला अपन-अपन घर म शौचालय बनवाना जरूरी हावय। कहू ओमन मार्च के आखरी तक अपन घर म शौचलय नइ बनाही तव ओमन ल बर्खास्त करे जाही। अइसन निर्देश कलेक्टर श्रीमती आर. संगीता ह जनपद पंचायत के सीईओ अउ सीएमएचओ ल दे हावय। दुर्ग जिला के चिहिन्त 81 ग्राम पंचायत म अनिवार्य रूप ले शौचालय बनवाके खुला म शौच मुक्त ग्राम बनाय के दिशा म ये आदेश दे गे हावय। 

त्रिफला चूर्ण, च्यवनप्राश, भृंगराज तेल, एलोविरा रस अऊ आन आयुर्वेदिक वनौषधी
छत्तीसगढ़ म तीन हजार ले आगर पारम्परिक जड़ी-बूटी

अंजोर.रायपुर। वन अंचल के रहवइया मनला काम देवाय खातिर वन विभाग उंकरे मुताबिक रोजगार देके बुता करत हावय। जेन म लघु वनोपज के सर्वेक्षण कराय के बाद हर्बल हेल्थ केयर ल बढ़ावा दे खातिर 21 ठउर म 418 परम्परागत वैद्य मनले सलाह लेके तीन हजार 399 पारम्परिक जड़ी-बूटी के अभिलेख तइयार करे जा चुके हावय। हर्बल औषधी के कच्चे माल के संग्रहण ग्राम वन समिति, लघु वनोपज समिति, स्व-सहायता समूह के मार्फत ले कराय जाथे जेकर से जंगले म त्रिफला चूर्ण, च्यवनप्राश, भृंगराज तेल, एलोविरा रस अऊ अइसने केऊ प्रकार के आयुर्वेदिक वनौषधि बनाये जावथे। वनौषधि प्रसंस्करण केन्द्र म वनग्राम समिति डोंगानाला (वन मंडल कटघोरा, जिला कोरबा), दंतेश्वरी ज्योति महिला स्व-सहायता समूह ग्राम कुरंदी (वन मंडल बस्तर), भूतेश्वरनाथ वनौषधि प्रसंस्करण केन्द्र ग्राम केशोडार (जिला गरियाबंद), मां नर्मदा स्व सहायता समूह ग्राम केंवची जिला बिलासपुर अउ दंतेश्वरी स्व-सहायता समूह ग्राम पनचक्की (जिला जशपुर) शामिल हावय। राज्य सरकार के उपक्रम छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज (व्यापार अउ विकास) सहकारी संघ डहर ले प्रसंस्करण केन्द्र म तियार वनौषधि के मार्केटिंग करे जावथे अउ विभाग ह 'छत्तीसगढ़ हर्बलÓ के ब्राण्ड नाम से एला बाजार म बेंचत हावय। ये हर्बल उत्पाद मनला राज्य सरकार के आयुष विभाग डहर ले औषधि लाइसेंस तको मिलगे हावय। राज म सबले जादा वनौषधि के मांग बुखार, मधुमेह, सर्दी-खांसी, दांत दर्द, जोड़ मनके पीरा के दवई के हावय। लोगन ल हर्बल दवई ले गजब लाभ तको होवथाबे। येकर बिक्री खातिर राजधानी रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, अम्बिकापुर, कांकेर, जगदलपुर ल मिलाके कुल छह संजीवनी विक्रय केन्द्र खोले गे हावय। जेन म लगभग 41 प्रकार के दवई आम जनता खातिर हावय। 

दिव्यांग अउ वरिष्ठ नागरिक मनला 30 प्रतिशत छूट
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के होटल म 50 तक के प्रतिशत के छुट

अंजोर.रायपुर। छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल ह पर्यटक मन ला प्रोत्साहित करे खातिर पर्यटन मण्डल के होटल अउ कॉटेज के किराया दर म छूट करे के प्रावधान राखे हावय। जेमा दिव्यांग मनला 30 प्रतिशत अउ स्कूल-कॉलेज के पढ़ईया लइका मनला 50 प्रतिशत के छूट मिलही अइसने सियानहा मनला तको जेकर उमर 60 साल या ओकर ले आगर हावय ओमन के किराया म 30 प्रतिशत तक के छूट दे जाही। 
स्कूल, कॉलेज के लइका मनके शाकाहारी भोजन खातिर एक लइका के एक दिन म तीन सौ रूपिया निर्धारित करे गे हावय जेमा बिहनिया नास्ता, मंझनिया अउ रात के खाना शामिल हावय। येकर अलावा कोनो कम्पनी, संस्था मन पांच या ओकर ले आगर कमरा ल बूक कराही तव ओमा भी कमरा के किराया म 20 प्रतिशत छूट के प्रावधान हावय।

जांजगीर-चांपा जिला अस्पताल म दंत चिकित्सा सुविधा के विस्तार 

अंजोर.जांजगीर-चांपा। जीवनदीप समिति के बइठका म दंत चिकित्सा के सुविधा के विस्तार करे के निर्देश जिला कलेक्टर डहर ले दे गे हावय। अस्पताल म ये सुविधा खातिर डेण्टल एक्स-रे मशीन के खरीदी तको करे जाही। जेकर ले दांत के रूट केनाल ट्रीटमेंट आसानी ले हो सकही अउ संगे-संग स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत हितग्राही मनला स्मार्ट कार्ड के तको लाभ मिलही। जिला अस्पताल के दंत चिकित्सक डॉ वसुंधरा कश्यप ले मिले जानकारी के मुताबिक डेण्टल एक्सरे मशीन के सुविधा मिले ले रूट केनॉल ट्रीटमेंट के अलावा दात के बने रकम ले डायग्नोसिस करे जा सकही। जिला अस्पताल म रोजाना 15 ले 20 मरीज दांत के आथे जेकर दांत के क्लिीनिंग, फिलिंग, खराब दांत निकालना अउ आर्टिफिसीयल दांत लगाये के काम करे जाथे।

जंगल ल आगी ले बचाव:वन मंत्री

अंजोर.रायपुर। राज्य के वनमंत्री ह गरमी के मउसम ल देखत हुये आम नागरिक मनले जंगल ल आगी ले बचाये के अपील करे हावय। जंगल म रहइया कतकोन लोगन मन महुआ फूल बीने अउ साल बीज सकेले बर जंगल जाथे अउ उहां पाना ल जला देथे। कतकोन बखत खाना बनाये के बाद आगी ल भुताव नहीं, या सुलगत बीड़ी ल पाना-पतई म फेक देथे। जेकर ले जंगल म आगी लग जथे। सूखा पाना-पतई ल धरत-धरत आगी ह भभक के पूरा जंगल ल लेस देथे। जंगल ह जीवन देथे तव हम ओकरों ख्याल राखन। हम जंगल उपर आश्रित हन, जब तक जंगल हावय तब तक जीव रइही। इही पाके लोगन मन सावधानी ले जंगल म बुता काम करय।

अवइया सत्र ले मॉडल स्कूल निजी सहभागिता ले चलही

अंजोर.रायपुर। महानदी भवन म आयोजित मंत्री परिषद् के बइठका म ये फइसला करे गिस के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा खातिर राज्य माध्यमिक शिक्षा मिशन डहर ले संचालित 72 मॉडल स्कूल ल आगामी शिक्षा सत्र ले सार्वजनिक-निजी सहभागिता (पी.पी.पी.) मोड म संचालित करे जाही। अउ ये योजना 'मुख्यमंत्री आदर्श विद्यालय योजनाÓ के नाम ले संचालित करे जाही। 72 मॉडल स्कूल म 59 स्कूल के संचालन व्यावसायिक दृष्टिकोण ले निजी संस्था मन करही। बाकी 13 विद्यालय राज्य शासन कोति ले वेतन अनुदान अउ दस प्रतिशत संचालन राशि म संचालित करे जाही। ये योजना खातिर प्रस्ताव आमंत्रित होगे हावय जेकर आधार म येकर संचालन बर दस मार्च के संस्था के चयन तको हो जही। जानबा होवय के भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय कोति ले प्रदेश के शैक्षणिक रूप ले पिछड़े 74 विकासखंड म गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे खातिर मॉडल स्कूल स्थापित करे गे रिहिस हावय जेन ल केंद्र सरकार ह राज सरकार ल मई 2015 ले सऊप दे हावय। 
74 मॉडल स्कूल म बोड़ला (जिला कबीरधाम) अउ कुसमी (जिला बलरामपुर) ल छोड़के बाकी के संचालन निजी संस्था के माध्यम ले कराय जाही। अइसने बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्र म 13 मॉडल स्कूल चलत हावय जेन हा राज्य शासन के देख-रेख म चलही। येकर अलावा बइठका म चार विधेयक के प्रारूप के अनुमोदन तको करे गिस, जेमा छत्तीसगढ़ पंचायतराज अधिनियम 1993 (क्रमांक-1 सन 1994) के (धारा 36 संशोधन) विधेयक, छत्तीसगढ़ मोटरयान कराधान (संशोधन) विधेयक 2016, छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान परिषद अधिनियम 1987 म (संशोधन) विधेयक 2016 अउ छत्तीसगढ़ राजकोषीय उत्तरदायित्व, बजट प्रबंध (संशोधन) विधेयक 2016 शामिल हवय। 

राज्य स्तरीय रेशम अनुसंधान विकास अउ प्रशिक्षण केंद्र कोनी म प्रशिक्षण
रेशम के क्षेत्र म अनुसंधान के अपार संभावना

अंजोर.बिलासपुर। राज्य स्तरीय रेशम अनुसंधान विकास अउ प्रशिक्षण केन्द्र कोनी बिलासपुर के तत्वाधान म गुरूघासीदास विश्वविद्यालय के वानिकी अउ ग्रामीण तकनीकी के लइका मन बर मलबरी-टसर रेशम कीटपालन अउ तकनीक विषय म 9 दिनी प्रशिक्षण के आयोजन करे गे रिहिस हावय। उहां माई पहुना ह किहिन के रेशम के क्षेत्र म अनुसंधान के अपार संभावना हावय। संगे-संग रू-अर्बन क्षेत्र म रेेशम कीट पालन ल बढ़ावा देके योजना बनाये के बात घलोक उठाइस। अउ ये क्षेत्र म रेशम अनुसंधान प्रशिक्षण अउ विकास केन्द्र कोनी राज्य के एक मात्र ऐसो संस्थान आए जिहां रेशम विद्या म हितग्राही, कर्मचारी अउ छात्र-छात्रा मनला प्रशिक्षण दे जाथे, जोन ह वर्ष 2007 ले संचालित हावय। इहां प्रशिक्षण म रेशम के विधा जइसे पौधरोपण, रखरखाव, टसर मलबरी कृमिपालन के उन्नत तकनीक अउ रोग नियत्रंण के संगे-संग रीलिग विषय के बताये म गिस। रेशम विकास म अनुसंधान अउ रोजगार के अवसर के विषय म जानकारी दे खातिर ये मउका म डॉ. शर्मा, राजेश बघेल, डॉ. एस. एस. धूरिया, डॉ. आर. के. मिश्रा, डॉ. एस. सी. तिवारी, डॉ. राजेन्द्र मेहता ह प्रमुख भूमिका निभाइस। डॉ. पी. आर. सिंह,  डॉ. आर. के. मिश्रा, डॉ. पी. आर. टी. राव, डॉ. के. प्रवीण कुमार, देवाशीष चटर्जी, डॉ. नंदी, डी. सी. उपाध्याय, डॉ. राकेश कुमार गुप्ता, डी.सी. उपाध्याय जी मन तको प्रशिक्षण ल सफलता पूर्वक आयोजित करे म अपन योगदान दीस।

लघियात सुरू होही सरगुजा मेडिकल कॉलेज

अंजोर.सूरजपुर। सरगुजा विश्वविद्यालय के स्थापना होय के बाद अब उहां मेडिकल कॉलेज खोले के तियारी घलोक सुरू होगे हावय। छत्तीसगढ़ के मुखिया के घोसना के मुताबिक येखर बर बजट म प्रावधान तको होगे हावय। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंग ह सरगुजा संभाग के ग्राम अजिरमा (जिला सूरजपुर) म जैविक खेती उपर आयोजित कार्यशाला अउ किसान सम्मेलन ल सम्बोधित करत ये जानकारी दिस। ओमन आगू किहिन के सरगुजा संभाग के मुख्यालय अम्बिकापुर म मेडिकल कॉलेज बहुत जल्दी शुरू करा दे जाही। जानबा होवय के सरगुजा मेडिकल कॉलेज म प्रथम वर्ष के प्रवेश खातिर उहां के सैनिक स्कूल के भवन म बेवस्था होगे हावय जेकर विकास अउ विस्तार खातिर नौ करोड़ 71 लाख रूपिया के प्रशासकीय स्वीकृति तको जारी होगे हावय अउ निविदा के प्रक्रिया चलत हावय। सरगुजा मेडिकल कॉलेज म मानक के अनुरूप स्टाफ के व्यवस्था करे जावत हावय अउ राज्य सरकार ह मेडिकल कॉलेज खोले खातिर भारतीय चिकित्सा परिषद (एम.सी.आई) ल आवेदन प्रेषित कर दे हावय।

कोटाडबरी म दू दिनी सत्संग समारोह के आयोजन
बाबा गुरू घासीदास के विचार आज भी प्रासंगिक: मोहले

अंजोर.जांजगीर-चांपा। जांजगीर-चांपा जिला के कोटाडबरी म दू दिनी सत्यसंग समारोह के आयोजन करे गे रिहिस हावय। ये मउका म अपन विचार राखत प्रदेश के खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले जी किहिन के बाबा गुरू घासीदास जी के विचार आज भी प्रासंगिक हावय। बाबा जी ह मानव जाति के बीच समानता, भाईचारा अउ समरसता खातिर जोन संदेश दिस वो आज भी प्रासंगिक हे। बाबा गुरू घासीदास जी ह समाज ल सत्य अउ अहिंसा के रद्दा देखाय हावय। ओमन मनखे-मनखे एक समान के संदेश देके पूरा दुनिया ले जोड़े के काम करे हावय। ऊंकर विचार अउ आदर्श ल अपनाके हम अपन जीवन म आगू बड़ सकथन। मंत्री जी ह आगू कार्यक्रम म कोटाडबरी के स्कूल भवन खातिर आवश्यक धन राशि अउ स्वेच्छानुदान मद ल दू महिला कीर्तन मण्डली मनला 15 हजार रूपिया प्रदान करे के घोसना तको करिस। ये दू दिनी सत्यसंग कार्यक्रम म पूर्व मंत्री बलिहार सिंह, पूर्व विधायक मदन सिंह डहरिया, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप नामदेव, प्रदीप पाटले, धनीराम बंजारे मन तको संबोधित करिन जिहा प. देवराम आचार्य, आयोजन समिति के अध्यक्ष दुर्गाप्रसाद कुर्रे, राजकुमार रात्रे, प्रकाश कोसले, मुकेश बंजारे सहित अऊ गजब झिन समाज के सियान मन सकलाय रिहिन हाबे।

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सबो पाठक ल जोहार..,
हमर बेवसाइट म ठेठ छत्तीसगढ़ी के बजाए रइपुरिहा भासा के उपयोग करे हाबन, जेकर ल आन मन तको हमर भाखा ल आसानी ले समझ सके...
छत्तीसगढ़ी म समाचार परोसे के ये उदीम कइसे लागिस, अपन बिचार जरूर लिखव।
महतारी भाखा के सम्मान म- पढ़बो, लिखबो, बोलबो अउ बगराबोन छत्तीसगढ़ी।

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